New Delhi: रिश्तेदारी के लिए चिराग पासवान की कुर्बानी, बहनोई को जमुई से टिकट देने की इनसाइड स्टोरी

New Delhi: रिश्तेदारी के लिए चिराग पासवान की कुर्बानी, बहनोई को जमुई से टिकट देने की इनसाइड स्टोरी

जमुई: लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान बुधवार को अपने बहनोई अरुण भारती को लेकर जमुई पहुंचे. जमुई के एक निजी विवाह भवन में आयोजित एनडीए के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में चिराग पासवान ने अरुण भारती को लोकसभा प्रत्याशी बनाते हुए उपस्थित लोगों को संबोधित किया. अपने संबोधन में चिराग पासवान ने कहा कि वह जमुई को नहीं छोड़ेंगे, इसीलिए अपने बहनोई को यहां से एनडीए का प्रत्याशी बनाया है. एनडीए कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में चिराग पासवान ने इस बात को फिर दोहराया कि ‘जमुई में जवानी में आया था और बुढ़ापा तक यहां से सामाजिक और राजनीतिक संबंध निभाऊंगा’.

कार्यक्रम के बाद चिराग पासवान ने कहा कि पिता रामविलास पासवान की सीट पर वह खुद हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे. वहीं अरुण भारती ने जवाब दिया कि सांसद चिराग पासवान के कामों को आगे बढ़ाएंगे. स्थानीय और बाहरी के मामले में अरुण भारती ने कहा कि जन्म कहीं भी हो हर इंसान का कर्म क्षेत्र अलग होता है. सांसद चिराग पासवान ने कहा कि अबकी बार 400 के पार. उन्होंने कहा कि तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से पीएम बनने के लिए वे जमुई पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि जमुई के लोगों को उन्होंने जो समझा है उसे आगे बढ़ाने के लिए उनके बहन से बेहतर अरुण भारती से बेहतर कोई नहीं समझ सकता. उन्होंने कहा कि राजनीतिक साजिश के तहत उनके परिवार को तोड़ने का कार्य किया गया फिर भी विचलित नहीं हुए.

बहनोई पर चिराग पासवान क्या बोले

चिराग पासवान ने कहा कि उनके पिता ने जो उन्हें शिक्षा दी है, जो  राजनीति को सिखाया है उसी रास्ते पर चलते हुए आगे बढ़ रहे हैं. सांसद चिराग पासवान ने एनडीए कार्यकर्ताओं को आह्वान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने के लिए एक बार फिर सभी एकजुट हों. पत्रकारों के पूछे गए इस सवाल पर कि अपने बहनोई को उम्मीदवार बनाना,  क्या यह परिवारवाद नहीं है? इस कहा कि इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में अपना वक्तव्य रख चुके हैं, उन्होंने संसद में कहा था कि राजनीति में लाना भले ही अलग बात है, लेकिन संघर्ष के जरिए कोई कैसे आगे बढ़ता है, यह भी जानना पड़ेगा. यहां यह बता दें कि चिराग पासवान की बहन निशा के पति अरुण भारती की मां डॉक्टर ज्योति बिहार कांग्रेस की बड़ी नेता रह चुकी हैं. वह विधायक और विधान पार्षद रहने के साथ ही बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं.

नीतीश कुमार के साथ पर यह बोले चिराग

लोकसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार के साथ मंच साझा करेंगे इस पर चिराग पासवान ने कहा कि सबसे पहले राष्ट्रहित है, उससे कोई समझौता नहीं हो सकता. उसके बाद राजनतिक दलों के लिए गठबंधन धर्म का हित होता है, उसके बाद दल का हित और कुछ बचता है तो व्यक्तिगत हित होता है. ऐसे में राष्ट्रहित को साधने के लिए गठबंधन तैयार हुआ है, तो तमाम गठबंधन के साथियों की जिम्मेदारी है कि वह गठबंधन को मजबूती दें. चिराग ने आगे कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, उपेन्द्र कुशवाहा हैं, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी हैं, हम सभी को गठबंधन धर्म का पालन करते हुए बिहार की सभी 40 सीटों पर जीत हो सकती है. ऐसे में गठबंधन को मजबूती देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए एक साथ बगैर चूक किये चुनाव लड़ने के लिए संकल्पित हैं.

महिला सम्मान पर चिराग पासवान की दो टूक

कंगना राणावत पर टिप्पणी को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि यह बिल्कुल गलत है. चुनाव के दौरान या कभी भी किसी के बारे में व्यक्तिगत टिप्पणी करना बिल्कुल गलत है. राजनीति में भाषा की मर्यादा का पक्षधर वह हमेशा रहे हैं, चिराग पासवान ने कहा कि कंगना राणावत जनके साथी और सहयोगी रही हैं. उनके व्यक्तित्व के बारे में मैं भी जानता हूं कि वह मजबूत तरीके से अपनी बातों को रखती हैं. उनके बारे में अभद्र, अशोभनीय, निंदनीय टिप्पणी करना गलत है. राजनीति में कोई भी विरोध बड़ा से बड़ा करें लेकिन भाषा मर्यादित होनी चाहिए.

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